गुरुवार, 13 अगस्त 2015
मोबाइल कैमरे से ली गई तस्वीरों से बना कोलाज व अन्य तस्वीरें
अनन्य की ये तस्वीरें 2006 से 2008 के बीच की हैं। कोलाज मेरे साथी मंगतराम शर्मा ने बनाया। शुरूआत की दो तस्वीरें मेरे मित्र विष्णु शर्मा की खींची हुई हैं। इनमें एक तस्वीर अनन्य के एहल्कॉन पब्लिक स्कूल जाने के पहले दिन की है। एक तस्वीर आईटीओ की, एक नई दिल्ली स्टेशन, दो तस्वीरें कनॉट प्लेस सेंट्रल पार्क और एक फोटो वृंदावन में मुंडन के बाद विपुल के साथ है। बाकी तस्वीरें ए-35 के थर्ड फ्लोर वाले घर की हैं। एक फोटो बहुत दिलचस्प है जिसमें एक हाथ में नोट दबाकर वह दूसरे हाथ से पलंग को ठीक वैसे ही थपथपा रहा है जैसे उन दिनों प्राइवेट बसों में कंडक्टर किया करते थे। 2007 में दिल्ली में निगम चुनाव हुए, उन दिनों बहुत से नेता प्रचार के लिए आते थे, उसका असर भी एक तस्वीर हैं, नेताओं की स्टाइल में हाथ जोड़कर वोट मांगने वाली तस्वीर देखिए।
शीर्ष आध्यात्मिक संतों के साथ, श्री निम्बार्काचार्य श्रीजी महाराज, मोरारी बापू, श्रीश्री रविशंकर एवं जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी
देश के शीर्ष आध्यात्मिक संतों से मिलने का मौका मिलता रहा है। श्री निम्बार्काचार्य श्रीजी महाराज वृंदावन में हमारे मंदिर निम्बार्क कोट में निम्बार्क जयंती के मौके पर आए थे। श्रीश्री रविशंकर से एयरपोर्ट में मुलाकात हुई। मोरारी बापू जब दिल्ली में मानस महात्मा कथा करने आए तो डिफेंस कॉलोनी में करीब से उनके दर्शन हुए। शंकराचार्य जी से पुरी में उनके मठ में मुलाकात हुई। सवारी का वह दिन कैसे भूल सकते हैं जब मलूकपीठ वाले राजेंद्र दास जी महाराज ने ज्ञानगूदड़ी में कुछ देर ढोले का कंधा दिया और अनन्य को आशीर्वाद।
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